इंडिया-इंग्लैंड मैच मे देखी गई उस स्वर्गिक पारी के बाद जिसे युवराज ने कंगारुओं के ख़िलाफ़ दोहरा दिया. खेल में देखे गए सबसे शुद्ध बल्लेबाजो में से एक के लिए…
“दिनों, महिनों, साल लोग इंतज़ार करते हैं। आसमाँ की ओर सर करके दुआएँ करते हैं। उस एक शाम का जब उनकी दुआ कुबूल होगी. और फ़िर एक दिन आसमान से नूर बरसता है. उस दिन उनकी दुआ कुबूल होती है और युवराज आता है।”
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कहा गया था कि युवराज में ग्रीम पोलक और गैरी सोबर्स के बीच का क्रॉस दिखाई देता है। मुझसे जब भी पूछा गया कि अपना पसन्दीदा बल्लेबाज बताओ तो हमेशा गिब्स के बाद मैं युवराज का ही नाम लेना चाहता था। मेहनत और लगन में स्टीव वॉ से लेकर राहुल द्रविड़ तक का नाम आयेगा लेकिन दर्शनीयता में लारा और गिब्स के बाद युवराज का उदय हुआ है। यहाँ बल्लेबाजी में पानी सी तरलता है. शफ़क-शुद्धता. लेकिन मेरी ज़ुबाँ रुक जाती थी. युवराज का नाम लेने के लिये मुझे एक ज़मीन चहिये थी. मेरी हिचक आज गयी है. मुझे मेरी ज़मीन मिल गयी. ये 20-20 विश्व कप की पारियाँ पहली नहीं हैं युवराज को जानने के लिये लेकिन अब लग रहा है की भारतीय क्रिकेट का ये बिगड़ा बच्चा वापिस अपने काम पर है!
सही कहा, युवराज हमेशा से ही एक जबरदस्त खिलाडी रहा है. इतना जुझारूपन देख कर अच्छा लगता है.
आप अच्छा लिखते हो.. लिखते रहो..ट्विट्टर में भी आपका जलवा है..